Golendra Gyan

Friday, 27 March 2020

आज  कोरोना का ॐ नमः स्वाहा!
सबमिलकर हवनकुंड में इसे दाहा!
समाज का दर्पण साहित्य ने चाहा!
प्रत्येक व्यक्ति के चहरे पर हा - हा!
इस  महामारी के  महाकहर में हो!
हे  हरि- हर यही हर्ष हर घर में हो!
-गोलेन्द्र पटेल【"कोरोना" कविता से】

No comments:

Post a Comment