GolendraGyan
कला, साहित्य और संस्कृति की मासिक पत्रिका
GolendraGyan
कला, साहित्य और संस्कृति की मासिक पत्रिका
(Move to ...)
Home
▼
Golendra Gyan
(Move to ...)
Home
▼
Friday, 27 March 2020
रोज रोज रोटी सेकने वाले मर्दों
इश्क़ के आईने में गनजा हो गया।
दिलों के दृश्य में जलने वाले गर्दों
गोलेन्द्र के बाल को सजा हो गया।
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment