Golendra Gyan

Friday, 27 March 2020


सांत्वना समय का सत्य है
भूख के जमीन पर भय है
भोजन मिले तो विजय है
भावी चुनाव में नेताजी!
भूखा नहीं किसी का
चाटूकार सूनो सरकार
समाजिक व्यक्ति दो चार
वह जीना चहता निर्भय
पेट के ध्वनि को शब्द दे।
एक कर्षित कटोरी ले
गाता जाता सहृदय से
सामर्थ्यवानों के सामने 
मानवता के तत्व पाने :
दया करुणा अनुकंपा।
आज कोविड19 का कहर है
झूठा वादा तंबाकू सा जहर है
हंता का जनक चूहा घर घर है
जनता कर्फ्यू से डरा हर नर हैं
भूखे मजदूरों के दर्द मेरे अंदर हैं...
-गोलेन्द्र पटेल

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