Golendra Gyan

Friday, 27 March 2020




**स्मृति**
ऋगवेद का सत्य
महावीर का ब्रह्मचर्य
बुद्ध का अहिंसा
अशोक का कलिंग विजय
गांधी का अभय
अन्य-अहर्य
धन्य-मूर्धन्य
अक्षर-अक्षय
जय का लय
निर्भय-निर्णय
लें लिखा साहित्य-
इतिहास।
अचानक एक अहसास
उल्लास के साथ विश्वास
बढ़ाने आयी मेरे पास
ख़ास स्मृति बन स्मृति में।
-गोलेन्द्र पटेल
रचना : 19-01-2020

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