वह हूँ
जो किसी का गुलाम नहीं
चाहे तुम वीर हो
चाहे तुम धीर हो
चाहे तुम ज्ञानी हो
चाहे तुम ध्यानी हो
चाहे तुम ईश्वर हो
चाहे तुम अमर हो
चाहे तुम जो हो
तुम सब मेरे गुलाम हो
मैं किसी का नहीं
लोग मुझे कहते हैं
समय!!
जय
विधि-विधाता
नियम-नियंता
आता-जाता
जी हाँ मैं ही हूँ
सृष्टि में अकेला निर्भय
महाकाल पर विजय-
पाने वाला सत्य!!
-गोलेन्द्र पटेल
रचना : २८-१२-२०१९
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