Golendra Gyan

Thursday, 14 August 2025

स्वतंत्रता दिवस 2025 – ओजस्वी भाषण

 स्वतंत्रता दिवस 2025 – ओजस्वी भाषण

नमस्ते, 

प्रिय सम्मानित मंच,
प्रिय गुरुजन, 
प्रिय साथियों,
मेरे प्यारे देशवासियों!  


आज हम 15 अगस्त 2025 को, स्वतंत्र भारत की 79वीं वर्षगाँठ पर, तिरंगे की शान में सिर झुकाकर, हृदय गर्व से भरकर खड़े हैं। यह दिन केवल उत्सव नहीं, बल्कि हमारे शहीदों की कुर्बानियों, संघर्षों और बलिदानों का पावन स्मरण है।

हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने लहू से वह इतिहास लिखा, जिसमें गुलामी की जंजीरों को तोड़कर आत्मसम्मान, समानता और न्याय का नया सवेरा रचा गया। यह आज़ादी हमें यूँ ही नहीं मिली—इसके पीछे हजारों क्रांतिकारियों का बलिदान और अनगिनत सपनों की आहुति है।

आज का भारत केवल अतीत पर गर्व करने वाला नहीं, बल्कि भविष्य को संवारने का संकल्प लेने वाला भारत है। हमें जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र की सीमाओं को तोड़कर एक ऐसे भारत का निर्माण करना है, जो विज्ञान, शिक्षा, समानता और मानवीय मूल्यों में विश्व का मार्गदर्शन करे। आज का भारत एक नई ऊर्जा, नई आशा और नई दिशा के साथ विश्व मंच पर अग्रसर है। हमारी संस्कृति, हमारी एकता और हमारी प्रगति विश्व के लिए प्रेरणा है। 

याद रखिए—स्वतंत्रता का अर्थ केवल शासन से मुक्ति नहीं, बल्कि हर नागरिक के जीवन में भय और भेदभाव से आज़ादी है। जब तक देश का अंतिम व्यक्ति भी सम्मान और अवसर में बराबर नहीं होगा, हमारा स्वतंत्रता संग्राम अधूरा है।

यह हमारा भारत है—विविधता में एकता का प्रतीक, प्रगति का ध्वजवाहक और विश्व शांति का दूत। तो आइए, एकजुट होकर, अपने देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं। 

आइए, आज हम शपथ लें—हम अपने देश को भ्रष्टाचार, अन्याय, अज्ञानता और असमानता से मुक्त करेंगे; हम केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि निर्माता बनेंगे; हम केवल सपने नहीं देखेंगे, बल्कि उन्हें साकार करेंगे।

हम संकल्प लें कि 2025 में हम एक ऐसे भारत का निर्माण करेंगे, जहां हर नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य और अवसर की समानता मिले। जहां हमारी युवा शक्ति नवाचार और प्रगति का नेतृत्व करे। जहां हम पर्यावरण की रक्षा करें और अपनी सांस्कृतिक धरोहर को गर्व से संजोएं। 

अंत में, इतना ही कि 
“हम युवा हैं 
हममें है वायु की उमंग 
कलम रुको मत, 
तुम झुको मत
चलते रहना हमारे संग।”



जय हिन्द!
वन्दे मातरम्!



—गोलेन्द्र पटेल 

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