Wednesday, 11 March 2020
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पहलगाम (कविता) : गोलेन्द्र पटेल
पहलगाम हमें बाँटने, काँटने, लड़ाने की कोशिशें जारी हैं बेहद दुखद है इस वक्त भाषा से भूगोल तक चीख़ और चुप्पी के बीच आँसू की ऊँची अनुगूँज...

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योगी और अखिलेश बहन जी से बहुत छोटे नेता हैं यूपी में बीजेपी ने ‘इलाहाबाद’ का नाम बदलकर प्रयागराज किया ‘फैजाबाद’ का नाम बदलकर अयोध्या ‘...
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तुझसे डर नहीं मृत्यु आसमान नीचे देख रहा है फूल की व्यथा रंग नहीं, गंध कहती है खेत की आत्मकथा कलम से नहीं, कुदाल से लिखी जाती है किस के ह...
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किन्नर पर केंद्रित आठ कविताएँ : गोलेन्द्र पटेल 1). कविता में किन्नर प्रिय दोस्त! न स्त्री न पुरुष न ही अर्द्धनारीश्वर हो तुम तुम कविता म...
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