Wednesday, 20 March 2024

असली शराबी अच्छे इनसान होते हैं (Asali Sharabi Achchhe Inasan Hote Hain)

 

असली शराबी अच्छे इनसान होते हैं


असली शराबी अच्छे इनसान होते हैं


घीसू-माधव हों या महान ग़ालिब

इनकी कथाएँ कहती हैं,

शराब पीने से शरीर ख़राब होता है, मन नहीं।


मैं कोई नशा नहीं करता 

मैंने कभी नहीं किया कोई नशा

पर, जानता हूँ नशा से नृत्य निखरता है

नज़र निथरती है...


मैं पूरे होशोहवास में कह रहा हूँ

चाय की चुसकी और शराब का चषक

चीख और चुप्पी के पर्याय हैं 


यह सच है कि वे समुद्र से अधिक

शराब में डूबते हैं जिनके लिए

शराब अमृत है  

जो अधिक शराब पीते हैं

शराब उन्हें पीती है


यहाँ शराब का पर्याय समुद्र है


मैं आग की ओर नहीं,

आँसू की ओर इशारा कर रहा हूँ

क्योंकि उसकी एकता का नाम समुद्र है। खैर,


जिनका एक पैक में सिक्स पैक बन जाता है 

वे ख़ुद को टॉपों-टॉप में महसूस करते हैं

भले ही वे सबेरे का सूरज नहीं देखते हैं 

लेकिन आधी रात का चाँद उन्हें पहले से कुछ और सुन्दर नज़र आता है 

वे स्वप्न में भी शराब पीते हैं नये-नये ब्रांड

और ख़ास बात तो यह है 

कि उनका हर स्वप्न नया स्वप्न होता है

हर दिन नया दिन होता है 

हर यात्रा नयी यात्रा होती है 

और वे थोड़े से चढ़ने पर ख़ुद कुछ नया हो जाते हैं

अंत में एकदम नया मुसाफ़िर 


मदिरा मनुष्य को मनुष्य से जोड़ती है

जैसे मुहब्बत 

वह किसी से भेदभाव नहीं करती है

और पीने वालों को यह सीख देती है

कि वे किसी से भेदभाव न करें

वह मनुष्य को धर्म, जाति, अमीरी-गरीबी से ऊपर उठाती है 


वैद्य से पूछिए,

शराब एक बेहतर औषधि है कि नहीं 

अमुक बीमारी के लिए?

सरकारें भी जानती हैं

कि शराब से उनकी रीढ़ मज़बूत होती है 

शराब सरकार और शबाब के लिए ख़तरा तो नहीं है

फिर भी, कुछ लोग शराब को बेवजह बदनाम किये हैं 


जहाँ शराब बंद है

वहाँ कई साहित्यकार शराब पीते हैं 

जो शराब पीकर लिखते हैं 

वे धूम्रपान निषेध दिवस मनाते हैं

और इस वक्त शराब की पाबंदी पर चुप हैं 

  

मैं नहीं पीता हूँ

पर, मुझे महान शराबी पुरखे याद आ रहे हैं

क्या वे होते तो अपने यहाँ शराब बंद होती?


अब तो स्त्रियाँ भी पीती हैं शराब


मैंने स्त्रियों के मुँह से सुना है

कि मद्य सिर्फ़ मर्द के लिये नहीं है

किसी भी मदिरालय पर नहीं लिखा होता है

कि मरद-मेहरारू को दारू नहीं पीना चाहिए

भले ही लिखा होता है

कि शराब सेहत और समाज के लिये हानिकार है! 


©गोलेन्द्र पटेल (युवा कवि, आलोचक व संपादक)

संपर्क सूत्र :-

डाक पता - ग्राम-खजूरगाँव, पोस्ट-साहुपुरी, जिला-चंदौली, उत्तर प्रदेश, भारत।

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asalee sharaabee achchhe inasaan hote hain

3 comments:

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