Thursday, 9 September 2021

BHU MA Entrance Exam 2013 : Hindi || बी.एच.यू. , एम.ए. हिंदी प्रवेश परीक्षा 2013 का पेपर : उत्तर...

{BHU MA Entrance Exam 2013 : Hindi}
                {बी.एच.यू. , एम.ए. हिंदी प्रवेश परीक्षा 2013 का पेपर : गोलेंद्र पटेल}

प्रिय मित्रों! आप उत्तर कमेंट्स बॉक्स में लिखते रहिए!


(01) पूर्वी हिंदी का विकास निम्नलिखित में से किस अपभ्रंश से हुआ है?

(1) मागधी अपभ्रंश 

(2) अर्धमागघी 

(3) शौरसेनी

(4) महाराष्ट्री


(2) भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में हिंदी भाषा के विकास सम्बन्धी निर्देश दिए गये हैं ?

(1) 251

(2) 243

(3) 343

(4) 351


(3) डॉo उदयनारायण तिवारी ने अपनी पुस्तक हिंदी भाषा का उदगम और विकास में अपभ्रंश का जन्मकाल माना है:

(1)700 ईo

(2)800 ईo

(3)900 ईo

(4)1000 ईo


(4) राजभाषा अधिनियम 1976 के अनुसार कौन -सा राज्य 'क ' सूची में नहीं आता हैं?

(1) हरियाणा 

(2) राजस्थान 

(3) पंजाब 

(4) हिमांचल


(5) विशेषण के रूप परिवर्तन पर किसका असर पड़ता हैं?

(1) पुरुष 

(2) लिंग 

(3) काल

(4) कारक


(6) परवर्ती अपभ्रंश को पुरानी हिंदी नाम किसने दिया ?

(1) चंद्रधर शर्मा 'गुलेरी'

(2) राहुल सांकृत्यायन

(3) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल 

(4) हजारी प्रसाद दुिवेदी


(7) लरिकवा जात रहा - वाक्य किस बोली का है?

(1) भोजपुरी 

(2) अवधी 

(3) ब्रज 

(4) मैथिलि


(8) काव्यभाषा के रूप में अवधी भाषा के आरम्भिक रूप का पहला महत्तपूर्ण साक्ष्य निम्नांकित किस कृति में मिलता है?

(1) मधुमालती 

(2) पद्र्मावत

(3) चान्दायण 

(4) चित्रावली 


(9) चलती हुई ब्रजभाष में सबसे पहली साहित्यिक कृति इन्ही की मिलती है जो पूर्णता के कारण आश्चर्य में डाल देती है-आचार्य शुक्ल की यह उक्ति किस कवि की काव्य भाषा के लिए है?

(1) सूरदास 

(2) नंददास

(3) बिहारी 

(4) पुद्र्माकर


(10) निम्नलिखित रचनाओँ में एक रचना ब्रजभाषा में नहीं है?

(1) विनय पत्रिका 

(2) कवितावली 

(3) कृष्ण गीतावली 

(4) बरवै रामायण


(11) निम्नलिखित बोलियों में एक बिहारी हिंदी समूह की बोली नहीं है?

(1) मैथिलि 

(2) मगही 

(3) बघेली 

(4) भोजपुरी


(12) पैशाची प्रकृत का क्षेत्र कहाँ था ?

(1) मगघ के आस -पास 

(2) कश्मीर के आस -पास 

(3) महाराष्ट्र के आस -पास 

(4) मथुरा या शूरसेन के आस -पास


(13) निम्न में एक आधुनिक अवधी के कवि नहीं है?

(1) द्वारिका प्रसाद मिश्र 

(2) गरु प्रसाद सिंह  'मॄगेश '

(3) वंशीधर शुक्ल 

(4) कवि नसीर


(14) देवनागरी का विकास किस लिपि से हुआ है?

(1) ब्राह्मी 

(2) खरोष्ठी 

(3) पंजाबी 

(4) गुरुमुखी


(15) अक्षरों के वर्ग के पंचम वर्ण के स्थान पर केवल अनुस्वार का प्रयोग किया जाय-देवनागरी लिपि के सुधार हेतु यह सुझाव किसका था ?

(1) आचर्य नरेंद्र देव 

(2) श्यामसुन्दर दास 

(3) डॉ राधा राधा कृष्णन् 

(4) श्रीनिवास जी 


(16) निम्न वर्णों में एक स्वर नहीं है:

(1) उ 

(2) ऋ 

(3) ए 

(4) श्र


(17) निम्न ध्वनियों में एक तालव्य है :

(1) ख 

(2) घ 

(3) छ 

(4) ध


(18) निम्न में एक दन्त्य नहीं है:

(1) च 

(2) त 

(3) थ 

(4) ध


(19) निम्नलिखित में कौन -सी भाषा प्राचीनतम है?

(1) प्राकृत 

(2) पालि 

(3) वैदिक संस्कृत 

(4) संस्कृत


(20) मराठी भाषा की लिपि क्या है? 

(1) गुजराती 

(2) देवनागरी 

(3) गुरुमुखी 

(4) फारसी


(21) हिंदी भाषा नामक पुस्तक के लेखक है:

(1) भोलानाथ तिवारी 

(2) हरदेव बाहरी 

(3) देवेन्द्र कुमार शर्मा 

(4) सुनीति कुमार चटर्जी



(22) निम्नलिखित में कौन ध्वनि निर्बल है ?

(1) ख 

(2) फ 

(3) य 

(4) ठ


(23) किस शब्द में वर्णविपर्यय है ?

(1)  रत्न 

(2) ब्रम्ह 

(3) यत्न 

(4) क्रम


(24) कौन भाषा चित्र लिपि में लिखी जाती है ?

(1) अरबी 

(2) संस्कृत 

(3) अंग्रेजी 

(4) चीनी


(25) किस शब्द में स्वरागम (स्वर भक्ति ) है ?

(1 ) परम 

(2 ) करम 

(3 ) चरम 

(4 ) अमर


(26) किस पुराण में काव्यशास्त्रीय विवेचन प्राप्त होता है ?

(1) भागवतपुराण

(2) कूर्मपुराण 

(3) अग्निपुराण 

(4) मत्स्य पुराण


(27) निम्न में रसवादी आचार्य कौन है ?

(1 ) चिंतामणि 

(2 ) केशवदास 

(3) भूषण 

(4) पद्माकर



(28) केशवदास किस काव्य सम्प्रदाय से सम्बद्ध है?

(1) रीति 

(2) वक्रोकित 

(3) ध्वनि

(4) अलंकार


(29) आचार्य शुक्ल ने वक्रोकित सिद्धान्त की तुलना किससे की है ?

(1) मनोविशलेषणवाद 

(2) अभिव्यंजनावाद 

(3) स्वच्छन्दतावाद 

(4) साम्यवाद


(30) 'रससूत्र ' के व्याख्याकारों में कौन नहीं है?

(1) भट्नायक 

(2) लोल्लत 

(3) शंकुक 

(4) रुद्र्ट



(31) 'रसगंगाधर ' किसकी रचना है ?

(1) विश्वनाथ 

(2) जगन्नाथ 

(3) दण्डी 

(4) उद्दभट


(32) रसवादी आचार्य किस शब्द शक्ति को प्रमुख मानते हैं? 

(1) अभिधा 

(2) व्यंजना 

(3) लक्षणा 

(4) तात्पर्य वॄत्ति


(33) भारतमुनि के अनुसार श्रृंगार रस का वर्ण क्या है?

(1) शवेत 

(2) श्याम

(3) नील 

(4) पीत 


(34) 'रमणीयार्थ प्रतिपादक : शब्द :काव्यम' -किस आचर्य का काव्य -लक्षण है ?

(1) भरत 

(2) भामह 

(3) विश्वनाथ 

(4) जगन्नाथ


(35) आचार्य रामचन्द शुक्ल किस काव्य सम्प्रदाय के समर्थक है?

(1) अलंकार 

(2) ध्वनि 

(3) रस 

(4) वक्रोतिक 


(36) आचर्य भिखारीदास की रचना कौन -सी है?

(1) रसपीयूष निधि 

(2) काव्यनिर्णय 

(3) कविकुलकल्पतरु 

(4) रस मीमांसा 


(37) 'जूही की कली ' कौन -सा रस  है ?

(1) श्रृंगार रस 

(2) रौद्र रस 

(3) शान्त रस 

(4) श्रृंगार रसाभास



(36) आचर्य भिखारीदास की रचना कौन -सी है?

(1) रसपीयूष निधि 

(2) काव्यनिर्णय 

(3) कविकुलकल्पतरु 

(4) रस मीमांसा


(37) 'जूही की कली 'मे कौन -सा रस है ?

(1) श्रृंगार 

(2) रौद्र रस  

(3) शांत रस 

(4) श्रृंगार रसभासं


(38) किस अलंकार में वर्ण वक्रता होती है ?

(1) शलेष 

(2) अनुप्रास 

(3) यमक 

(4) उत्प्रेक्षा



(39) केवल प्रतिभा को काव्य हेतु मानने वाले आचार्य कौन हैं ?

(1) भामह 

(2) महिमभट्ट 

(3) पंडितराज़ जगन्नाथ 

(4) राजशेखर


(40) 'आलोचक की आस्था ' किसकी कॄति है?

(1) आचार्य शुक्ल 

(2) डॉo नगेन्द्र 

(3) महावीर प्रसाद द्वावेदी 

(4) मुक्तिबोध


(41) स्वच्छन्दतावादी समीक्षक कौन हैं ?

(1) नन्ददुलारे बाजपेयी 

(2) हजारी प्रसाद द्विवेदी

(3) शांतिप्रिय द्विवेदी

(4) आचार्य रामचन्द शुक्ल


(42) वक्रोक्ति सिद्धांत के उदधोषक है?

(1) कुंतक 

(2) दण्डी 

(3) आनन्द वर्द्धन 

(4) मम्मट


(43) काव्य आत्मा की संकल्पनात्मक अनुभूति है काव्य के सम्बन्ध में महत्त्वपूर्ण धारणा व्यक्त करने वाले कवि है

(1) प्रसाद 

(2) पन्त 

(3) निराला 

(4) महादेवी


(44) निम्नलिखित में से एक काव्य हेतु नहीं है

(1) प्रतिभा 

(2) व्युत्पति 

(3) अभ्यास 

(4) श्रवण

                         (शेष प्रश्न अगली प्रस्तुति में : गोलेन्द्र पटेल)

★ संपादक संपर्क सूत्र :-

नाम : गोलेन्द्र पटेल

{काशी हिंदू विश्वविद्यालय का छात्र}

ह्वाट्सएप नं. : 8429249326

ईमेल : corojivi@gmail.com


■ यूट्यूब चैनल लिंक :-

https://youtube.com/c/GolendraGyan 

■ फेसबुक पेज़ :-

https://www.facebook.com/golendrapatelkavi


◆ अहिंदी भाषी साथियों के इस ब्लॉग पर आपका सादर स्वागत है।

No comments:

Post a Comment

जनविमुख व्यवस्था के प्रति गहरे असंतोष के कवि हैं संतोष पटेल

  जनविमुख व्यवस्था के प्रति गहरे असंतोष के कवि हैं संतोष पटेल  साहित्य वह कला है, जो मानव अनुभव, भावनाओं, विचारों और जीवन के विभिन्न पहलुओं ...