Wednesday, 11 March 2020



No comments:

Post a Comment

कहानी: कर्ज खेत में नहीं उगता, शरीर में उतर आता है || गोलेन्द्र पटेल

कहानी: कर्ज खेत में नहीं उगता, शरीर में उतर आता है 1. (साँझ का समय — खेत की मेड़) सूरज आधा डूब चुका था। मिंथुर गांव के बाहर वही पुरानी मेड़...