Wednesday, 11 March 2020
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कहानी: कर्ज खेत में नहीं उगता, शरीर में उतर आता है || गोलेन्द्र पटेल
कहानी: कर्ज खेत में नहीं उगता, शरीर में उतर आता है 1. (साँझ का समय — खेत की मेड़) सूरज आधा डूब चुका था। मिंथुर गांव के बाहर वही पुरानी मेड़...
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स्त्री मुक्ति: ब्रालेस आंदोलन —गोलेन्द्र पटेल 1. बीजवपन: देह न बंधन, देह न बोझा, देह न चुप रह जाए रोज़ा। ब्रा न हो तो शिष्ट न मानी, कैस...
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योगी और अखिलेश बहन जी से बहुत छोटे नेता हैं यूपी में बीजेपी ने ‘इलाहाबाद’ का नाम बदलकर प्रयागराज किया ‘फैजाबाद’ का नाम बदलकर अयोध्या ‘...
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_*बहुजन जागरण चालीसा : नरेन्द्र सोनकर*_ 01. *❝ कहें गर्व-अधिकार से,नारी दलित यतीम।* नाम नहीं नारा नहीं, धम्म-दीप हैं भीम।। ❞ 02. ❝ जन्म ...
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