एक महादेश ने कहा....!
कोरोना कुछ तो करो ना
तुम रावण हो चाइना का
मैं दूधनहड़ी का करोनि
खट्टा मिठा फल करउना
लोग मेरा खाते हैं अचार
भारत में केवल दो चार
जन हो गए तेरा शिकार
भगवान राम से डरो ना।
ओ कोरोना......
जहाँ से आए हो वहाँ
कल नहीं आज ही जाना है
वुहान ही नहीं सम्पूर्ण विश्व
तेरे विरोधगान का दीवाना है
यार मान जाओ प्यार से
हम वैद्य हैं घास वाले
सोशल मीडिया पर
शेयर ना करो ना कोरोना से
संबंधित अनर्गल बातें
डब्ल्यू.एच.ओ. का कथन मान जाओ
22मार्च को एकसाथ सब मिलकर गाओ
कोरोनाराक्षस दूर जाओ दूर जाओ देश जाओ....।
यह गीत नहीं ,यह दर्द है इंसानों का
चमगादड़ से फैला ,ऐसा मत है विद्वानों का
लक्षण इसके जुकाम छींक खाँसी बुखार
उपाय इसके भीड़ में मास्क लगाओ
विदेश से आने पर खुद का जाँच कराओ
घर में हो तो हाथ साबुन से धोवो बार बार
एक और संदेश सून लो दूनिया वालों
किसी भी वाइरस से अब मत करना खेलवाड़
इस बार राम बचा लेंगे अगले बार पक्का है
"राम नाम सत्य है" जनाजे के जाते वक्त
महापथ से महाशमशान के चिताग्नि तक
सृष्टि के गर्भ में छिपे एक विषाणु के कारण
किसी का पति तो किसी का पिता
किसी पत्नी तो किसी का माँ
किसी का पुत्र तो किसी का पुत्री
स्वर्ग सैया पर सदैव सोने चले जाएंगे
करुणा गीत गजल में कविजन गाएंगे
जिसे सुनेगा शून्य संसार जीवन हार
अब तो जागो जीने जैसा आज
सारे चमगादड़ खा जाओ बाज़
खत्म करो ना कोरोना का राज
-गोलेन्द्र पटेल
कोरोना कुछ तो करो ना
तुम रावण हो चाइना का
मैं दूधनहड़ी का करोनि
खट्टा मिठा फल करउना
लोग मेरा खाते हैं अचार
भारत में केवल दो चार
जन हो गए तेरा शिकार
भगवान राम से डरो ना।
ओ कोरोना......
जहाँ से आए हो वहाँ
कल नहीं आज ही जाना है
वुहान ही नहीं सम्पूर्ण विश्व
तेरे विरोधगान का दीवाना है
यार मान जाओ प्यार से
हम वैद्य हैं घास वाले
सोशल मीडिया पर
शेयर ना करो ना कोरोना से
संबंधित अनर्गल बातें
डब्ल्यू.एच.ओ. का कथन मान जाओ
22मार्च को एकसाथ सब मिलकर गाओ
कोरोनाराक्षस दूर जाओ दूर जाओ देश जाओ....।
यह गीत नहीं ,यह दर्द है इंसानों का
चमगादड़ से फैला ,ऐसा मत है विद्वानों का
लक्षण इसके जुकाम छींक खाँसी बुखार
उपाय इसके भीड़ में मास्क लगाओ
विदेश से आने पर खुद का जाँच कराओ
घर में हो तो हाथ साबुन से धोवो बार बार
एक और संदेश सून लो दूनिया वालों
किसी भी वाइरस से अब मत करना खेलवाड़
इस बार राम बचा लेंगे अगले बार पक्का है
"राम नाम सत्य है" जनाजे के जाते वक्त
महापथ से महाशमशान के चिताग्नि तक
सृष्टि के गर्भ में छिपे एक विषाणु के कारण
किसी का पति तो किसी का पिता
किसी पत्नी तो किसी का माँ
किसी का पुत्र तो किसी का पुत्री
स्वर्ग सैया पर सदैव सोने चले जाएंगे
करुणा गीत गजल में कविजन गाएंगे
जिसे सुनेगा शून्य संसार जीवन हार
अब तो जागो जीने जैसा आज
सारे चमगादड़ खा जाओ बाज़
खत्म करो ना कोरोना का राज
-गोलेन्द्र पटेल
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